Computer Language
आज हम लोगों में से शायद ही कोई ऐसा होगा जो Computer से परिचित नहीं होगा, हम Computer को Input देते हैं, Computer उसे process कर के बदले में हमे Output देती है।
Computer हमे correct Output दे सके इसके लिये Computer को हम अपने Result के अनुसार पहले Program करते हैं। जिसे हम software कहते हैं।
एक computer programmer Computer को निर्देश देता है जो एक ख़ास तरह की language (भाषा) होती है, जिसे Computer समझती है, पढ़ सकती है।
अगर आप भी computer programmer बनना चाहते हैं तो आपको computer की भाषा सीखना बहुत जरूरी होता है।
Computer को program करने के लिए बहुत सारी Computer languages विकसित की गयी है, जिसमें "C Language" का Computer क्षेत्र में काफी अहम् भूमिका है।
C Language में program को लिखने का तरीका
- C में सभी words small letter (lower case) में लिखे जाते हैं।
- C में सभी लाइनें को " ; " (semi colon) से बंद (terminate) किया जाता है।
- C language एक case sencitive language है। मतलब a ≠ A और A ≠ a
- C में सिर्फ " main() " ही ऐसा पहला function होता है जो automatic call होती है जब program run होती है।
(मुझे आज भी याद है वो दिन जब Adesh सर से C Language पढ़ रहा था)
C language का पहला Program :-
#include<stdio.h>void main()
{
printf("Hello Avinash");
}
Output :-
Hello Avinash
तो अब हम लिखे गए program को समझते हैं।
#include इसे directive कहते हैं। Header file को attach या include करने के लिए "#include" लिखा जाता है, इसके बाद Header file का नाम लिखा जाता है। जैसा की आप दिए गए program में देख सकते हैं।
void ये एक return type होता जो किसी भी fuction के पहले लिखा जाता है। हम इसके बारे में आगे की page में विस्तार से बताएंगे।
main() पहले तो ये जान लें कि C में किसी भी word के आगे () का चिन्ह (parentheses) लगा हो उसे function कहते हैं।
तो जैसा की मैं ने बताया था कि C में main() function
ही ऐसा पहला function होता है जो automatic call होती है जब program run होती है।
main() function के बाद { } का चिन्ह (Curly braces) के अंदर ही हमारी instructions होती है।
main()
{
------------function body------------- ;
--------------statement 1 ---------------- ;
--------------statement 2 ---------------- ;
}
printf() ये एक predefine function है। इसके अंदर " " (double quotes) में लिखी गयी चीज़ों को ये हमे output के रूप में देता है।
इसे लिखने से पहले हमें इसकी Header file को include करना पड़ता है।
अगर हम Header file को include नही करेंगे तो computer समझ ही नही पायेगा की printf() function क्या है। और error generate करेगी जिससे program run नही करेगी।
आगे हम next page में Compile और Compiler के बारे में जानेंगे।
इस page में बस इतना ही। और दोस्तों अगर आपको किसी भी point पर कोई doubt है तो please हमसे शेयर करें। हमें comment करें धन्यवाद।